उज्जैन में नीड ग्रुप लगा जरूरतमंद लोगों की सेवा में

उज्जैन ये सो फीसदी सच है, कि कोई भी व्यक्ति दूसरे को वही दे सकता है, जो उसके पास होता है। अगर हम किसी को प्रेम, मैत्री, समय, भावनाएं प्रदान करते हैं, तो इसका अर्थ है कि हमारे पास मानवीय संवेदना एं और कोमल भावनाओं का अकाल नहीं है। बल्कि हम इनसे ओतप्रोत हैं। लेकिन जैसे ही हम किसी के साथ कुछ अच्छा करके अपने आप को अपेक्षा की डोर में बांध लेते हैं । तो हम अपेक्षाओं के सीखंचों मैं कैद हो जाते हैं।
किसी का भला कर के भूल जाना आपके मन को स्वस्थ रखता है, और आपको अपेक्षाओं के सींखचों से मुक्त कर आपके व्यक्तित्व को व्यापक बनाता है। बेहतर है भलाई करते हुए अपेक्षा का हिसाब खोलने के बजाय उसकी शृंखला बनाएं, यानी अपनी सद‌्भावना के भाव को अन्य लोगों या प्राणियों में वितरित करें, जो आपसे जुड़े तो नहीं हैं पर जरूरतमंद हैं। 
ऐसा ही लोगों की सेवा करने में जुटी हुई हे संस्था *नीड ग्रुप* *  *मानव सेवा ही प्रभुसेवा* के उद्देश्य से कोरोना वायरस  जैसी वैश्विक महामारी के दौर में  जारी लॉक डाउन/ कर्फ्यू के दौरान निराश्रित, दिहाड़ी मजदूर ,बेघर लोग ,जैसे  जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट,  सूखा राशन वितरण करने का पुनीत कार्य विगत एक माह से सतत् कियाजा रहा है।
संस्था द्वारा 2000भोजन के पैकेट का प्रतिदिन वितरण क्या जाता है  इनमें  से  500 पैकेट  भोजन  ग्रुप द्वारा तैयार किया जाता है वही  1500 प्रशासन के द्वारा प्राप्त होते हैं । जिन्हें चिन्हित क्षेत्र की झुग्गी बस्ती  बागरी मोहल्ला, अजीत नगर,  कवेलू कारखाना,  शांति नगर,  एवं पंचम पुरा, के जरूरतमंद लोगों में सोशल डिस्टेंस को ध्यान रखते हुए वितरित किये जा रहे हैं। 
संस्था नीड ग्रुप के अंकित चौबे के अनुसार  ग्रुप विगत 6 वर्षों से सतत शहर में विभिन्न प्रकार के सेवा कार्य में रत हैं ।
लोक डॉन कर्फ्यू के दौरान  ग्रुप के द्वारा  300 सूखे राशन के पैकेट ऑटो चालकों  को वितरित गए ।मानव सेवा के साथ स्वान व गायों के लिए भी ग्रुप द्वारा प्रतिदिन 5 किलो टोस,15 किलो आटे की बाटी,व 20 लीटर की व्यवस्था कर पुनीत कार्य किया जा रहा  है।
200 सदस्यीय नीड ग्रुप में 30 से 35 सदस्य सक्रिय रूप से कार्य रत हैं ।